CDLU सिरसा में कर सकेंगे अब बीएड, इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम की मिली मान्यता
100 सीटों में से 50 सीटें कला संकाय और 50 सीटें विज्ञानं संकाय के लिए आरक्षित होंगी।

100 सीटों पर इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम को चलाने की मिली अनुमति
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन, नई दिल्ली ने चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (CDLU) सिरसा को इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम की मान्यता प्रदान कर दी है। CDLU सिरसा के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक की अध्यक्षता में मंगलवार को शिक्षा विभाग के प्राध्यापकों की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. मोनिका वर्मा ने बताया कि कुलपति के अथक प्रयासों के फलस्वरूप नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन, नई दिल्ली द्वारा 23 नवंबर 2022 को सीडीएलयू की आधारभूत सुविधाओं का जायजा लेने के उद्देश्य से वर्चुअल इंस्पेक्शन की गई।
उन्होंने बताया कि, इस इंस्पेक्शन के माध्यम से विश्वविद्यालय की आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं के साथ-साथ इंडोर व आउटडोर खेल सुविधाओं का निरीक्षण आभासी माध्यम से एनसीटीई की इंस्पेक्शन कमेटी द्वारा किया गया। इसके उपरांत एनसीटीई. द्वारा लेटर ऑफ इंटेंट जारी करके 100 सीटों पर इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम को चलाने की अनुमति शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रदान की गई।
इन 100 सीटों में से 50 सीटें कला संकाय और 50 सीटें विज्ञानं संकाय के लिए आरक्षित होंगी। इस मौके पर कुलपति अजमेर मलिक ने शिक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की और कहा, इस नवीनतम कोर्स से इस क्षेत्र के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के नए द्वार खुलेगें। 12वीं पास विद्यार्थी सीधे रूप से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी बन सकेगें। इस प्रोग्राम का संचालन नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अनुरूप होगा और इसमें मल्टीपल- एग्जिट एवं मल्टीपल एंट्री की सुविधा विद्यार्थियों को मिलेगी।