तानाशाह किम जोंग उन के देश में क्रूरता, दक्षिण कोरिया की फिल्म देखने के चलते दो नाबालिग बच्चों को सरेआम मारी गोली

उत्तर कोरिया में जिन नाबालिग बच्चों की हत्या की गई है, उनकी उम्र 16 से 17 वर्ष की है।

तानाशाह किम जोंग उन के देश में क्रूरता, दक्षिण कोरिया की फिल्म देखने के चलते दो नाबालिग बच्चों को सरेआम मारी गोली
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उत्तर कोरिया सरकार ने दी तालिबानी सजा

उत्तर कोरिया में क्रूरता अपने चरम सीमा पर पहुंच गई है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ख़बरों में किसी न किसी कारण से बने ही रहते हैं। इस बार दो नाबालिग बच्चों को दक्षिण कोरियाई फिल्म देखने और साझा करने के चलते उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

रेडियो फ्री एशिया के अनुसार, उत्तर कोरिया में पहली बार इस तरह की सजा दी गई है। 2020 दिसंबर को उत्तर कोरिया में एक कानून पारित हुआ था, जिसके तहत दक्षिण कोरिया से रिलीज़ किसी भी तरह की फिल्म से जुड़ी सामग्री का उपभोग करना एक जघन्य अपराध माना गया था।

बतादें कि, उत्तर कोरिया में जिन नाबालिग बच्चों की हत्या की गई है, उनकी उम्र 16 से 17 वर्ष की है।

बतादें कि, दोनों नाबालिग बच्चे अक्टूबर की शुरुवात में उत्तर कोरिया के रयांगगैंग प्रांत के एक हाई स्कूल में मिले थे। ये इलाका चीन के साथ अपनी सीमा साझा करता है। यहीं पर दोनों ने कई कोरियाई फ़िल्में और अमेरिकन नाटक देखे।

द इंडिपेंडेंट ने कोरियाई मीडिया का हवाला देते हुए बताया कि, जैसे ही उत्तर कोरियाई सरकार को इस बात का पता चला वैसे ही दोनों नाबालिग बच्चों को जनता के सामने लाए और सरेआम गोली मार दी।

कोरिआई शाशन के मुताबिक, नाबालिगों द्वारा किए गए अपराध "बुराई" थे और क्षेत्र के निवासियों को निष्पादन को देखने के लिए मजबूर किया गया था।

बतादें कि, उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया को अमेरिका की कठपुतली मानता है। उत्तर कोरिया सीमा पार करने अपने किसी भी मीडिया के प्रति बहुत ही संवेदनशील है। लेकिन सख्त हिदायतों और नियंत्रण के बावजूद भी, ऐसी कुछ वस्तुएं अक्सर देश में USB ड्राइव या SD Card की तस्करी हो जाती है।

ApnaPatrakar

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