Pakistan Food Crisis: इकनोमिक तंगी से जूझ रहा है पाकिस्तान, वर्ल्ड बैंक ने कहा - दक्षिण एशिया की है सबसे कमजोर अर्थव्यवस्था

पाकिस्तान प्राकृतिक आपदाओं, फ़ूड की कमी और गरीबी के बीच आर्थिक मंदी के लिए चर्चा में है।

Pakistan Food Crisis: इकनोमिक तंगी से जूझ रहा है पाकिस्तान, वर्ल्ड बैंक ने कहा - दक्षिण एशिया की है सबसे कमजोर अर्थव्यवस्था
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गरीबी से जूझ रहा पाकिस्तान

Pakistan Food Crisis: इंडिया का पड़ोसी देश पाकिस्तान वर्तमान में इकनोमिक तंगी से जूझ रहा है। मुल्क में हालात इतने गंभीर हैं कि लोग आम जरूरतों के लिए भी मुसीबतों का सामना कर रहे हैं। पाकिस्तान को एक गरीब देश की पुष्टि विश्व बैंक ने भी कर दी है। बताया गया है कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया की सबसे कमजोर अर्थव्यवस्था है। देश को गरीबी से बाहर निकालने के लिए भी पाकिस्तान को काफ़ी परेशानियों का सामना करना होगा।

पाकिस्तान को है 33 अरब डॉलर की ज़रूरत:
पाकिस्तान प्राकृतिक आपदाओं, फ़ूड की कमी और गरीबी के बीच आर्थिक मंदी के लिए चर्चा में है। पाकिस्तान में पिछले वर्ष जुलाई में बाढ़ आई थी, जिससे बड़े पैमाने पर खेत नष्ट हो गए थे। देश में विदेशी मुद्रा भंडार 4.6 बिलियन अमेरीकी डालर के नये डाउन लेवल पर पहुंच गया है। देश में कुल इतना ही विदेशी भंडार बचा है कि वह केवल तीन सप्ताह के लिए ही विदेशी इम्पोर्ट बिलों का भुगतान करने के लिए पर्याप्त होगा। पाकिस्तान की आर्थिक हालात को देखते हुए अनलिस्ट्स ने पाकिस्तान को राहत के लिए 33 अरब डॉलर की ज़रूरत बताई है।

सऊदी अरब और "UAE" ने 4 अरब डॉलर किया निवेश:
रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात इन्क्लूडिंग दोस्तों ने पाकिस्तान में इस महीनें 4 अरब डॉलर का निवेश किया है। देश में बाढ़ को आए छः महीनें हो चुके हैं। लेकिन ऑन-लैंड ट्रैवलर (एसएफ ऐज़ादुद्दीन, डॉन 11 जनवरी 2023) लिखते हैं कि भले ही बाढ़ को गए लम्बा समय हो गया हो लेकिन अब भी जल प्रबंधन या नए सिरे से खेती के कोई संकेत नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कल्पना कीजिए कि वर्ल्ड की सबसे इर्रिगेटेड उपजाऊ गेहूं उगाने वाली भूमि वाले देश में आटे की कमी है और इसे आयात करने के लिए पैसे नहीं हैं।

इंटरनेशनल मोनेटरी फण्ड में भी गिरा पाकिस्तान रूपए का मूल्य:
बताया जा रहा है कि बाज़ार की रिपोर्ट कहती है कि 20 किलो आटे का 1200 पाकिस्तानी रुपये का बैग 3,000 पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच गया है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी पाकिस्तानी रुपये की कीमत (PKR) को तीन महीनें के डाउन लेवल पर ला कर खड़ा किया। "द एक्सप्रेस ट्रिब्यून" ने एक मुद्रा विनिमय विशेषज्ञ के हवाले से कहा, "पाकिस्तानी रुपये का उचित वेल्यू वह है जो काले बाज़ार में 260-270 रुपये प्रति डॉलर पर है।

अगले तीन वर्षों में 16.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की होगी जरूरत-शरीफ:
विश्व बैंक ने पाकिस्तान को एक और ग्लोबल मंदी की चेतावनी दी है। विश्व बैंक ने 13 जनवरी 2023 को चालू वर्ष के दौरान पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि को 2% तक धीमा करने का अनुमान लगाया है। प्रधान मंत्री "शहबाज शरीफ" का कहना है कि देश को जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए और हालातों को सुधारने के लिए अगले तीन वर्षों में 16.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की जरूरत होगी। पाकिस्तान अपने ही किसानों को फसलों पर समर्थन मूल्य नहीं दे रहा है। जिस वजह से किसान गेहूं की खेती के तहत क्षेत्र को बढ़ाने के लिए रिलक्टेंट हैं।

किसान कर रहे हैं "कृषि-इमरजेंसी" की मांग:
देश में किसान उर्वरक की कमी और कमजोर फसल संभावना की वजह से "कृषि-इमरजेंसी" की मांग कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान किसान इत्तेहाद (पीकेआई) के अध्यक्ष खालिद महमूद खोखर ने कहा कि घरेलू गेहूं उत्पादन को बढ़ावा देने के बजाय, गवर्नमेंट "अन्य देशों के किसानों से उच्च कीमतों पर खाघान्न खरीदकर उनका सपोर्ट कर रही है।

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