Chandigarh : चंडीगढ़ से न्यू चंडीगढ़ को जोड़ेगी यह सड़क, पंजाब और हिमाचल जाने के लिए नहीं जाना पड़ेगा मोहाली और खरड़, 6 km कम होगा रास्ता
सिटी ब्यूटीफुल के नाम से विख्यात चंडीगढ़ की सड़कों से ट्रैफिक दबाव कम करने की दिशा में निरंतर नए प्रयासों को अमलीजामा पहनाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है.

सिटी ब्यूटीफुल के नाम से विख्यात चंडीगढ़ की सड़कों से ट्रैफिक दबाव कम करने की दिशा में निरंतर नए प्रयासों को अमलीजामा पहनाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसी कड़ी में चंडीगढ़ से न्यू चंडीगढ़ को जोड़ने वाली 1.2 Km लंबी PR-4 रोड़ पर रीकार्पेटिंग का काम शुरू कर दिया गया है.
इसके बाद न्यू चंडीगढ़ की ओर से राेपड़, आनंदपुर साहिब, जालंधर, हाेशियारपुर, अमृतसर, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मनाली साइड ट्रैफिक चलने लगेगा. इन जगहों पर जाने के लिए मोहाली और खरड़ जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस रूट से यात्रा 6 Km कम हो जाएगी. इस काम को 30 जून से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
इस राेड़ के सेंट्रल वर्ज पर प्रशासन के बिजली विभाग ने बिजली के पाेल के बेस बना दिए हैं और जल्द ही पाेल लगाकर LED लाइटें लगाई जाएगी. पब्लिक हेल्थ की ओर से भी राेड़ गली बनाने का काम साथ-साथ करवाया जा रहा है. प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग ने धनास से न्यू चंडीगढ़ तक 200 फुट की PR-4 राेड़ बनाने के लिए 7.20 कराेड़ का टेंडर लगाया गया था.
मुआवजा राशि को लेकर कोर्ट में चला गया था मामला
धनास से न्यू चंडीगढ़ के बीच PR-4 राेड़ बनाने के लिए प्रशासन ने 17.80 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी. जब प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग ने नवंबर 2020 में सड़क बनाने का काम शुरू किया ताे 89 किसानाें ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकाेर्ट में जमीन एक्वायर करने के बदले मिले मुआवजे को चुनाैती दे दी थी, जिसके बाद हाईकाेर्ट ने सड़क बनाने के काम पर स्टे लगा दिया था.
दाे साल बाद याचिकाकर्ताओं के वकील चरणजीत सिंह बागड़ी ने याचिका वापस ले ली थी. उनसे चीफ जस्टिस रविशंकर झा और जस्टिस अरुण पल्ली की खंडपीठ ने सुनवाई के दाैरान पूछा था कि अवाॅर्ड के समय काेर्ट में चैलेंज क्याें नहीं किया. इसके बाद हाईकोर्ट ने सड़क बनाने पर स्टे हटाने का फैसला सुनाया था और अब बहुत जल्द इस काम के पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है.